अनुभवों ने किया परेशान

जन्म के साथ ही हमें बिन मांगे बहुत कुछ मिलता है। प्रेम, स्नेह, ममता और वातसल्यता। इन्हीं क्रमों में एक चीज और मिलती है। वह है अनुभव। यह प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप में हमारे आस-पास रह हमें जीवन के गुण सिखाने का निरंतर प्रयास करती रहती है। समय के साथ इसके व्यवहार में बदलाव आता है और यह अनुभव हमारे विचारों पर हावी हो अपने प्रभुत्व को कायम करने में लग जाती है। यह अपने विचार और व्यवहार को सर्वोत्तम सिद्ध करने के लिए हम पर हावी हो हमें परेशान अथवा समस्याओं का समाधान करने में जुट जाती है। यह अपने बृहद अनुभवों से हम पर प्रहार कर हमारे मनोभाव को प्रभावित करती है। हमें विह्वल या विचलित कर अपने संरक्षण में लेते का प्रयास करती है। वाकई में बहुत अद्भुत होती है अनुभव और अनुभवियों की विचार लीला। अब आपकों इन अनुभवियों की चारित्रिक गुणगान सुनाता हूं। यह देखने में सामान्य, किंतू समाज में यह अग्रणी बनने की ललक में जुटे रहते हैं। कभी भी ये यह पसंद नहीं करते कि कोई उनका कनिष्ठ किसी अन्य के अनुभव से प्रभावित हो। इनकी एक बड़ी संख्या मृदुभाषी है। इनमें बहुत कम ही ऐसे प्राणी हैं जो कठोरता और उदंडता के दम पर...