कोरोना काल में अपने डॉगी और कैट का रखें ख्याल

हमारे प्यारे पेट्स 


घर में उछल-कूद करते पेट्स को देखकर हर किसी का चेहरा खुद-ब-खुद खिल जाता है। उदास मन भी खुश हो जाता है। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान अपने डॉगी और कैट के साथ वक्त बिताना हर किसी को पसंद है। कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हैं तो ये पेट्स आपके सबसे अच्छे साथी के तौर पर आपका साथ निभाते हैं। लेकिन इस स्थिति में आपको भी अपने प्यारे पेट्स का ख्याल रखना बहुत जरूरी हो जाता है। 

     कोरोना महामारी में एक सवाल सबसे अधिक लोगों को परेशान कर रही है कि अपने पेट्स यानी पालतू जानवरों के साथ कैसे रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का इनके साथ पालन कठिन हो गया है। ऐसे में रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र का इस पर कहना है कि लॉकडाउन में पेट्स का पूरा ख्याल रखें। डब्ल्यूएचओ और रोकथाम केंद्र की एडवायजरी के अनुसाए इंसानों से कुछ पालतू जानवरों के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आई है, पर पेट्स से इंसानों के संक्रमित होने की सूचना नहीं है। ऐसे में पेट्स के केयर के साथ ही एहतियात बरतना जरूरी है। 


इन बातों का रखें ख्याल 

कोरोना संक्रमण से दूर हैं तो अपने प्यारे डॉगी और कैट खूब मिलें और उनके साथ पूरा वक्त् बिताएं।

अपने पेट्स को मेहमानों से बचाकर रखें। बाहरी व्यक्ति के आने पर पेट्स को घर में ही रखें।

घर का कोई सदस्य संक्रमित है या कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो पेट्स को उससे दूर रखें। 

घर में मौजूद स्वस्थ व्यक्ति ही अपने पेट्स का ख्याल रखें और खाना खिलाएं।

पेट्स के पास मास्क पहनकर जाएं और उसके पास से हटने के बाद हाथों को साबुन से धुल लें। 

डॉगी को टहलाने पर ले जाएं तो उसे अन्य व्यक्ति और जानवरों से छह फीट दूर रखें। 

घर लौटने पर डॉगी के पंजों और कपड़े की सफाई जरूरी है। इसके साथ खुद की सफाई करें। 

डॉगी को वॉक के दौरान किसी भी चीज को सूंघने और चाटने से बचाएं। 

आपके पेट्स जमीन और घास पर पड़ी चीजें न खाएं इसके लिए उनके जबड़े को कवर रखें।


हेल्थ और केयर 

एक परिवार में पेट्स भी अहम मेंबर के तौर पर माने जाते हैं। ऐसे में उनकी सेहत का ख्याल रखना भी हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी हो जाती है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि आप अपने डॉगी व कैट आदि पेट़स की केयर अच्छे से करते हैं तो उन्हें किसी प्रकार का संक्रमण नहीं होगा और उनसे आप तक भी कोई बीमारी ट्रांसफर नहीं होगी। 

पेट्स को अडॉप्ट करने के बाद सबसे पहले घर की जगह डॉक्टर के पास ले जाएं। 

डॉगी या किट्न की केयर उनकी उम्र के अनुसार हो तो अच्छा है। 

इन्फेक्शन व बीमारी से बचाने के लिए उनका वैक्सीनेशन बहुत जरूरी है। 

पेट्स के रहने की जगह स्पेशल होती है व केयर जरूरी है। 

हर तीन महीने में डिवर्मिंग जरूरी है। वेटनरी डॉक्टर की सलाह से दवाई लगाएं ताकि इन्फेक्शन खत्म सकें। 

उनकी बॉडी साफ रहेगी और वे अच्छा महसूस करते हैं और आप भी सेफ रहते हैं। 

पेट्स को एलर्जीया और कोई और प्रॉब्लम है खुद इलाज न करके एक्सपर्ट्स की सलाह लें। 

वेटनरी डॉक्टर पेट्स के अलावा  उन्हें प्लेट व खाने को लेकर उचित सलाह देते हैं। 

डाइट चेंज करने पर एलर्जी हो तो आप भी संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लें। 


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