चाहत

हौसलों में है फौलाद की ताकत. . .
कभी आजमाकर तो देखो।
चाहतों में है दरिया सी राहत. . .
कभी आजमाकर तो देखों।
मेरी चुप्पी, मेरी कमजोरी नहीं. . .
कभी आजमाकर तो देखों।
मैं एक परवाना हूं, मौत से प्यार करता हूं और प्यार में ही मर जाता हूं।
जब चाहे हमें आजमाकर तुम देखो।
 

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