खामोंश

खामोंश इन आंखों को कोई चेहरा दे दे..
मेरी रूकी सांसों को कोई आवाज दे दे..
मेरे कानों के सन्नाटे को कोई धुन दे दे..
मेरी जुबान को अपने प्यार का अहसास दे दे..
मेरी त्वचा की संवेदना को सनसनाहट दे दे..
मैं बैठा हूं तेरी चाहत को नब्जों में सजोए..
मेरी इश्क को खुदा की शक्द दे दे..

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