बगीचे को रखें हमेशा हराभरा
घर में गार्डन को देखते ही मन प्रसन्न हो उठता है। इसकी सफाई, हरियाली और पानी का इंतजाम मन
को भाता है। अपने खाली वक्त को गार्डन में बिताकर आप बगीचे को संवार सकते हैं, साथ ही मन चाहे पौधे, फल व सब्जियों का इस्तेमाल कर
सकते हैं।
गार्डन को आकर्षक बनाए रखने के लिए सबसे
पहले तो इसे हमेशा साफ रखें। ऐसे में मौसम परिवर्तन, जानवर और अनैच्छिक पौधे व
घास-फूस का ख्याल रखना काफी जरूरी है। गार्डन के देखरेख के लिए आपके पास कुदाल, रैक, प्रूनर व अन्य औजार होने जरूरी
हैं। वहीं वाष्पीकरण से बचाव के लिए आप पौधों को सुबह या फिर रात में ही सींचें।
पौधो के अनुसार ही मिट्टी का प्रयोग करें। खाद का ज्यादा प्रयोग न करें। हो सके
तो जैविक खाद का ही हमेशा इस्तेमाल करें। मिट्टी के बहाव को रोकने के लिए सड़ी
हुई घास का प्रयोग कर सकते हैं। यह अन्य घास-फूस को उगने से रोकता है। इसका
नियमित प्रयोग काफी लाभदायक सिद्ध होता है। मौसम के आधार पर पौधों की प्रकृति को
समझने की जरूरत है। सीजन के अनुसार यदि पौधों का चयन किया जाता है तो ये गार्डन
साल भर हरा-भरा नजर आता है।
इन बातों का रखें ख्याल
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अनावश्यक घास को
गार्डन में बिल्कुल न उगने दें।
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हर रोज कुछ वक्त
गार्डन में जरूर बिताएं। इससे मन भी खुश रहता है।
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गार्डन के एक हिस्से
में झाड़ीदार पेड़ को जगह दें ताकि वह एरिया हर मौसम में हरा-भरा नजर आए
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पुराने पौधों की कटाई
या सूखने के बाद नए पौधों को तुरंत रोपें
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पौधों को उनकी जरूरत
के अनुसार ही पानी दें। अधिक पानी नुकसानदेह होता है
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जानवरों और पौधों के
अपशिष्ट से बने खाद का इस्तेमाल करें या जैविक खाद का ही प्रयोग करें
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आवश्यकता अधिक हो
तभी पौधों की छटाई करें
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मिट्टी की पहचान
जरूरी है। इससे पौधों को पानी देने की मात्रा का भी पता चलता है
औषधीय पौधे भी लगा सकते हैं
बागवानी के शौकीन लोग चाहें तो फलों में नट, फल, आलू सहित अन्य जरूरी सब्जियां, कंदीय फसलें, मशरूम, कट फ्लावर समेत शोभा
बढ़ाने वाले पौधे, मसाले, रोपण फसलें और औषधीय व सुगंधीय
पौधे लगाकर अपनी जरूरतों को भी पूरा सर सकते हैं। इसके अलावा कॉमन फ्लावर की बजाय
टैमेरिक्स प्लांट को भी बगीचें में जगह दी जा सकती है। झाड़ीनुमा टैमेरिक्स पौधा
दिखने में काफी सुंदर लगता है। इसकी 60 से अधिक प्रजातियां बाजार में उपलब्ध हैं। इनमें टैमेरिक्स
एफाइला और टैमेरिक्स डाइओइका ज्यादा लोकप्रीय हैं। यह पूरे साल हरा-भरा रहता है।
इन्डोर गार्डन से पाएं साफ हवा
इन्डोर गार्डन आपके घर की खूबसूरती बढ़ाने के साथ ही रूम में ऑक्सीजन
की जरूरत को पूरा करने का काम भी करता है। इसके लिए सही पौधों का चुनाव काफी जरूरी
है। सूरज की रोशनी का इनके लिए ध्यान रखना होता है। इनके प्रयोग से आप घर को
एवरग्रीन लुक दे सकते हैं। बालकनी में सिंगल ऑर्किड या हैंगिंग बास्केट लगाकर लुक
बदल सकते हैं। घर में रेलिंग व विंडो बॉक्स को भी हरा भरा कर सकते हैं।
आने वाली सर्दियों के लिए टिप्स
सर्दी के मौसम
में ठंडी हवाओं से आपके बगीचे में मौजूद सवेंदनशील पौधे सूखने लगते हैं। कोहरा, पाला
या ओस पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में सर्दियों के दिनों में पौधों का
विशेष ख्याल रखना पड़ता है। सर्दियों में सब्जियों और फलों के पौधे लगाए जा सकते
हैं। मटर, साग, हरी सब्जियां, मिर्च, बन्द गोभी, पत्तेदार
गोभी, धनिया, पालक, प्याज आदि लगा सकते हैं। इन्हें बगीचे के अलावा किसी पॉट में भी
लगा सकते हैं।
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तेज सर्द हवा चले तो पौधों को बड़ी
पॉलीथीन से ढक दें
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गमलों को बाहर ठंड अधिक हो तो अंदर भी
रख सकते हैं
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धूप पौधों को मिलती रहे, इसका
ख्याल जरूर रखें
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ठंड से मुरझाने वाले पौधों को तुरंत
अलग कर दें
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ठंडी में पानी कम ही डालें
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छोटे पौधों को कमरे व बालकनी में रखें
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इस मौसम में गेंदा, कैलेंडुला, लिली
आदि पौधे लगा सकते हैं
मानसून में ख्याल रखें
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बारिश से मिट्टी गीली
हो जाती है, जिससे पौधों को परेशानी होती है
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सूखी मिट्टी में सढ़ी
हुई पत्तियाँ व गोबर खाद मिलाकर पौधे रोपें
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गीली मिट्टी में पौधे
लगाने से उनमें फल या फूल न आने का डर रहता है
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बारिश का पानी गमलों
में जमा बिल्कुल न होने दें
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