छोटी सी भूल से आपकी इम्यूनिटी पावर हो सकती है कमजोर

आज पूरी दुनिया कोराना वायरस यानी कोविड-19 महामारी के चपेट में है। इसकी चपेट में दुनिया के 2.26 करोड़ से अधिक लोग आ चुके हैं। वहीं 7.92 लाख से अधिक लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। चीन से शुरू हुई इस महामारी के चलते सिर्फ भारत में 29.1 लाख मामले दर्ज हैं, वहीं 54,849 लोगों की जान भी जा चुकी है। डब्‍ल्‍यूएचओ, स्वास्थ्य मंत्रालय और ढेरों विशेषज्ञ कोरोना से बचने के लिए लोगों को इम्‍यूनिटी पावर बढ़ाने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे में आप भी अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रहे होंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि आप इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के सभी तरीकों को जानते हैं या संक्रमण से बचने के लिए कौन-कौन से उपाय कर रहे हैं। खैर इस दौरान आपकी छोटी सी भूल के चलते इम्यूनिटी पावर कमजोर भी हो सकती है। आइये इससे जूड़ी और जरूरी जानकारी लेते हैं ...

 

चिंता और घबराहट पड़ेगा भारी

 

दुनिया के सभी देश कोविड-19 के संक्रमण के कारण काफी परेशानी झेल रहे हैं। ऐसे में इसके चलते उपजी समस्‍याओं से चिंता और घबराहट के शिकार होने लगे हैं। दुनिया व देश की प्रमुख संस्‍थाएं व स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को बचाव के ढेरों तरीके बतानें में जुट गए हैं। ऐसे में लोग घबड़ाहट के साथ तनाव लेकर इन्‍हें अमल में भी लेने लगे हैं। विशेषज्ञों ने कोरोना से बचने के लिए हाथ धोने, मास्‍क व सेनिटाइजर का प्रयोग करने को सबसे कारगर उपाय बनाए हैं। कोरोना के कारण नौकरी जाना, यात्रा व अन्‍य सुविधाएं दिक्‍कत बनकर उभरी हैं। ऐसे में लोग चिंता को आदत में शुमार कर इसके शिकार हो रहे हैं।

 

पलायन और स्‍टॉक से उपजी दिक्‍कत

कोरोना वायरस के कारण देश के कई हिस्‍सों से 8 करोड़ से अधिक प्रवासी मजदूर, कामगार व असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को काम गंवाना पड़ा और वे पलायन के शिकार हो गए। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने संक्रमण के फैलाव को ध्‍यान में रखते हुए लोगों को मास्क और सेनिटाइजर प्रयोग करने की सलाह दी तो लोगों में इसको खरीदने की होड़ लग गई। इसका नतीजा यह हुआ कि उस वक्‍त इन चीजों की बाजार में कमी पड़ गई। रही सही कसर लॉकडाउन के चलते कई लोगों द्वारा घर के जरूरी सामानों का अधिक मात्रा में खरीदने की समझ ने पूरी कर दी। ऐसे में आम लोगों को यह समझना चाहिए कि मास्क सिर्फ बाजार व बाहर काम करने अथवा दो या दो से अधिक व्‍यक्तियों के पास होने की अवस्‍था में ही प्रयोग करने की सलाह दी गई थी। ताकि वे एक दूसरे से संक्रमित न हो सकें। सेनिटाइजर का इस्तेमाल अपने कमरे या रूम में रहने पर नहीं करना था, बल्कि बाहर या संक्रमित वस्‍तु व स्‍थान के क्षेत्र में आने की संभावना पर करना था। इसके कारण शुरुआती दौर में कई लोगों को ये जरूरी चीजें मिल ही नहीं पा रहीं थीं।

 

रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है कमजोर

 

डॉक्‍टरों का कहना लोग अपनी इम्यूनिटी पावर यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने को लेकर ढेरों उपाय करने में जुटे हुए हैं। लेकिन, यहां लोगों को यह जान लेना ज्‍यादा जरूरी हो जाता है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को लेकर उनके द्वारा डर और चिंता करना उनकी इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने की बजाय कमजोर कर सकते हैं। डर व चिंता से उपजे तनाव के कारण इम्यूनिटी तेजी से कम होती है। इससे कोरोना से बचने के बजाय संक्रमण को ही बल देंगे। ऐसे में लोगों को कोविड-19 से बचने के लिए डर, चिंता व तनाव से दूरी बना कर रहना चाहिए, तभी वे पूर्ण स्‍वस्‍थ व खुशहाल रह सकेंगे।

 

 

भरपूर नींद लें और तनाव से दूर रहें

 

चिकित्‍सकों का कहना है कि जब तक बाजार में कोविड-19 की वैक्सीन आसानी से हर इंसान तक नहीं पहुंचा जाती तब तक इससे बचे रहने की जरूरत है। इसको लेकर हर देश शोध व प्रयोग कर रहा है। कई देश वैक्‍सीन बना लेने और सफल प्रयोग करने की घोषणा भी कर रहे हैं। हमारा प्‍यारा देश भारत भी इसमें अग्रणी भूमिका निभाते हुए कोरोना की वैक्‍सीन के प्रयोग की सफलता के काफी करीब है। ऐसे में अभी आप निश्चिंत रहकर सावधानी बरतते हुए स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करके अपनी इम्यूनिटी पावर को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा भरपूर नींद का लेना इस दौरान काफी जरूरी है। क्‍योंकि इसके कारण आप तनाव से मूक्ति पाने में काफी सफल होते हैं और शरीर को आराम मिलता है। चिंता व घबराहट को अपने आसपास बिल्‍कुल भी भटकने न दें।         

 

इम्यूनिटी सिस्टम को समझें

 

हमारा इम्यूनिटी सिस्टम अरबों कोशिकाओं का संग्रह होता है, जो खून के माध्‍यम से पूरे शरीर में पहुंचकर सेहत को बनाए रखने में ऊर्जा का काम करता है। ये कोशिकाएं टिश्यू, शरीर के विभिन्न अंगों के अंदर और बाहर मौजूद होती हैं और हमारे शरीर को खतरनाक वायरस, बैक्‍टीरिया, फंगस व कैंसर जैसी घातक बीमारी पैदा करने वाली कोशिकाओं से बचाती हैं। 

 

 

ये रोग प्रतिरोधक कोशिकाएं करती हैं रक्षा

 

मानव शरीर में बी और टी नामक दो प्रकार की इम्यूनी कोशिकाएं होती हैं, जिनका अहम काम है ...

 

बी कोशिकाएं : -  यह खासतौर से एंटीबॉडी पैदा करती हैं। ये हमारे शरीर की कोशिकाओं के आसपास तरल पदार्थ में उपस्थित रहती हैं। जब भी हमारे शरीर पर कोई खतरनाक वायरस या बैक्‍टीरिया हमला करते हैं तो ये एंटीबॉडी के तौर पर सुरक्षा प्रदान करने का काम करती हैं।  

 

टी कोशिकाएं : -  बी कोशिकाओं के दो कदम आगे यानी जब बाहरी बैक्टीरिया या वायरस कोशिकाओं के अंदर पहुंच जाते हैं तो टी कोशिकाएं संक्रमित कोशिकाओं को घेर लेती हैं। इसके बाद अपनी संख्‍या में इजाफा करके उन्‍हें खत्‍म कर देती हैं। 

 

स्ट्रेस हार्मोन है नुकासदेह

 

आपकी इम्यूनिटी पावर को कम करने में स्ट्रेस हार्मोन का अहम रोल होता है। कोरोना महामारी हो या कोई भी बीमारी के चलते आप जितना अधिक तनाव लेते हैं, आपकी इम्यूनिटी पावर (लिम्फोसाइटों की संख्या घटती है) को कम करता है। तो अब तक स्‍पष्‍ट हो गया होगा कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता जितनी कमजोर होगी, आपको कोरोना से खतरे की संभावना उतनी बढ़ जाएगी। 

 

तनाव को तन पर न लें

तनाव और घबराहट को यदि आप अपने जीवन का हिस्‍सा बना रहे हैं तो समझ लीजिए इससे घातक आपके लिए कुछ नहीं है। इसे कभी भी अपने ऊपर हावी न होने दें। योग, व्‍यायाम व संध्‍या वंदन कर आप इससे काफी हद तक बच सकते हैं। तनाव और घबराहट से आपके सिर में दर्द हो सकता है। आप फ्लू, कार्डियोवैस्कुलर रोग, डायबिटीज, अस्थमा और गैस्ट्रिक अल्सर जैसी बीमारियों के चपेटे में आ सकते हैं। आपका रक्‍तचाप बढ़ सकता है और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर इसका सीधा असर होता है।

 

अल्कोहल और धूम्रपान से बचें

 

यदि आप यह समझते हैं कि अल्कोहल और धूम्रपान के सेवन से तनाव, चिंता व घबराहट से आप बच सकते हैं, तो आपको यह समझ लेना चाहिए कि इसका आपके शरीर पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है। अल्कोहल और धूम्रपान के कारण लोगों को लिवर से जुड़ी दिक्‍कतें व कैंसर जैसी घातक बीमारी होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। वहीं इनके सेवन से आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है।

 

चीनी और प्रोसेस्ड फूड से दूर रहें

 

चिकित्‍सकों का मानना है कि पौष्टिक आहार कम लेने और चीनी व प्रोसेस्ड फूड के अधिक सेवन से सूजन होने की संभावना बढ़ सकती है। इससे आपकी इम्यूनिटी पावर भी कमजोर होती है। ऐसे में यदि आप इम्यूनिटी पावर को मजबूत कर कोविड-19 को हराना चाहते हैं तो चिंता व तनाव से दूर रहें और अपने खान-पान का विशेष ख्‍याल रखें। 

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