हाथ साफ कर बचाएं जीवन
विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस
जीवन अनमोल है। ऐसे में अपनी सेहत का ख्याल रखना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। हमारे स्वास्थ्य को हमारे हाथ काफी प्रभावित करते हैं, क्योंकि हमारे देश में हाथों से खाना खाने का प्रचलन है। ऐसे में हमारे ये हाथ संक्रमण और बीमारियों के आगमन का जरिया भी बन सकते हैं। इसलिए इनका साफ रहना काफी जरूरी है। हर साल 15 अक्टूबर को मनाए जाने वाले वैश्विक हस्त प्रक्षालन दिवस (ग्लोबल हैंडवांशिग डे) के अवसर पर आइये जानते हैं कि हाथों को साफ रखना हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है।
हाथों के संक्रमण के कारण कई बीमारियों हमारे अंदर प्रवेश कर जाती हैं।
इनमें से कई तो हमारी जान तक ले लेती हैं। आपको जानकर हैरत होगी कि दुनिया में हर
रोज निमोनिया और डायरिया से 5 साल से कम उम्र के 800 बच्चे मर जाते हैं। यह दुखद
है कि सुरक्षित पेयजल और स्वच्छता की कमी के चलते प्रति वर्ष दुनिया में डायरिया
से 3 लाख बच्चों की जान चली जाती है। वहीं निमोनिया से भी करीब 10 लाख बच्चों की
जान को खतरा बना रहता है। लेकिन, सही तरीके से हाथ धोकर इन
बच्चों की जान बचाई जा सकती है। आपको बता दें कि हाथ धोने से 40 प्रतिशत तक
डायरिका के जोखिम को कम किया जा सकता है। गौरतलब है कि 1 ग्राम मल में 100 अरब
बैक्टीरिया होते हैं और वैश्विक स्तर पर 5 में से सिर्फ 1 व्यक्ति ही शौचालय के
इस्तेमाल के बाद हाथ धोता है। खाना पकाते व खाने
से पहले और शौच के बाद हाथ धोने से संक्रमण की दर को 23 प्रतिशत कम किया जा सकता है। व्यक्ति
के छींकने पर एक समय पर थूक के 3,000 से अधिक कण यानी ड्रॉपलेट्स
शरीर से बाहर आते हैं। इस दौरान शरीर व अन्य वस्तुओं पर पड़े कण से दूरी के लिए
सफाई व धुलाई बहुत जरूरी है।
100
देशों में स्वच्छता की शिक्षा
प्रथम ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे 2008 में मनाया गया था। इसमें दुनिया के 70 से अधिक देशों के करीब 120 मिलियन बच्चों ने साबुन से हाथ
धोकर जीवन की रक्षा की शिक्षा दी थी। वर्तमान में हर साल दुनिया के करीब 100 देशों में 200 मिलियन लोग इस दिन हाथ धोने को
लेकर समाज में अलख जगाने का काम करते हैं। हाथ धोना काफी सरल कार्य है पर इसे व्यवहार
में बनाए रखना जरूरी है। हाथों को साफ रखने से सांसों की बीमारियों से भी छुट्टी
मिलती है। 2019 में ग्लोबल
हैंडवाशिंग डे थीम "सभी के लिए स्वच्छ
हाथ" बनाई गई थी। जबकि इस बार 2020 में "सेव लाइव्स : क्लीन योर हैंड्स" यानी जीवन बचाओ : अपने
हाथ साफ रखो है। देश की सरकारें और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं लोगों
को हाथ साफ करने को लेकर जागरूक करती हैं।
कब हाथों को धाएं
·
खाना-खाने से पहले
·
भोजन व नाश्ते के
बाद
·
नवजात शिशु को छूने
से पहले
·
शौच के बाद
·
छींकने व खांसने पर
·
नाक साफ जब करें
·
जानवर या जानवरों के
कचरे को छूने पर
·
कूड़ा फेंकने या छूने
के बाद
·
घावों के उपचार से
पहले और बाद में
·
बीमार या घायल से
मिलने के पहले व बाद
·
सर्दी होने पर दिन
में 10 बार हैंड वाश जरूर
करें
·
किसी फर्श, फिल्ड या बाहरी वस्तु को छूने
के बाद
कपड़े
का ख्याल रखें
अपने पहनने
वाले कपड़ों को अच्छे से साफ रखना चाहिए। इसके साथ ही कपड़ों को धूप में जरूर
सुखाना चाहिए। वहीं रोज यूज होने वाले कपड़े और तौलिये को साफ-सुथरी जगह पर धूप
में जरूर सुखाएं। तौलिये को उबलते हुए पानी में धोना बेहतर होगा, ताकि कीटाणुओं का खात्मा हो सके।
हाथों
की लकीरों में बीमारी
चिकित्सकों
का कहना है कि हर रोज 6 से 10 बार 20-20 सेकेंड तक हाथ धोना बहुत जरूरी है। इससे
स्वाइन फ्लू, अन्य संक्रमण और बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम
हो जाता है। हम अक्सर कई चीजों को बीना चिंता के छूते ही रहते हैं। हाथ मिलाते
हैं। ऐसे में इन पर मौजूद कीटाणु हमारे हाथ की लकीरों में छिप जाते हैं। ऐसे में
हाथ धोना हमारे और हमारे अपनों की सेहत के लिए काफी जरूरी हो जाता है।
बच्चों
पर ध्यान दें
विशेषज्ञों का
कहना है कि बड़ों की तुलना में बच्चे पार्क, धूल, मिट्टी, बाहरी जानवरों व अन्य गंदी जगहों पर खेलते
या घूमते रहते हैं। ऐसे में उनके हाथ कीटाणु का अड्डा बन जाते हैं। ये बाहर इन्हीं
हाथों से कुछ भी खरीदकर खा लेते हैं। ऐसे में बच्चों में खाने से पहले हाथ धोने
की आदत डालनी बहुत जरूरी है। उनमें यदि जागरूकता आ गई तो आपकी गैरमौजूदगी में भी
वह सतर्कता बरतेंगे।
खतरे
को हाथों से साफ करें
·
आंखों में इंफेक्शन, जलन, घुहरी, लाल होना
·
सांस संबंधी इंफेक्शन
और फेफड़ों की बीमारी
·
छींक और खांसी से
हानिकारक बैक्टीरिया का फैलाव
·
डायरिया, दस्त और आंतों संबंधी इंफेक्शन
·
पेट संबंधी अन्य
गंभीर बीमारियों का खतरा
·
नित्य कर्म के बाद हानिकारक तत्वों
से बीमारी
हाथ
धोने का नियम
·
नल के नीचे हाथों को गीला कर लें
·
साबुन को हथेलियों और हाथों के पीछे रगड़ें
·
हाथ के चारों तरफ झाग
को रगड़ें
·
दोनों हाथ की अंगुलियों के बीच सफाई
करें
·
सभी अंगूली व लकीरों को रगड़ें
·
अब पानी से हाथों को रगड़ते हुए साफ
करें
·
साफ तौलिये व पेपर हैंकी से पोंछ लें
·
बाहर हैं तो सेनिटाइजर का इस्तेमाल
जरूर करें

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