तुलसी ड्रॉप से सेहत रहे सुरक्षित

प्राचीन काल से ही या यूं कहें कि मानव सभ्यता की शुरुआत से ही तुलसी का हमारे जीवन में महत्व सिद्ध हो गया था। तब से अब तक तुलसी का पौधा हमारे घर का प्रमुख हिस्सा है। आयुर्वेद की रानी तुलसी अनेकों रोगों में अपनी अहम भूमिका के लिए जानी जाती हैं। इसके अलावा यह हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए भी काफी उपयोगी है। तुलसी का नियमित उपयोग हमारे सेहत को सुरक्षा प्रदान करने का काम करता है। 

   तुलसी की पत्तियों में विटामिन और खनीज का भंडार पाया जाता है। इनमें मुख्य रूप से विटामिन सी, कैल्शियम, जिंक, आयरन और क्लोरोफिल मिलता है। इनके साथ ही तुलसी में सिट्रिक, टारटरिक एवं मैलिक एसिड भी प्राप्त होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत के लिए काफी उपयोगी हैं। यह पेट की दिक्कतों के साथ कम भूख लगने, गैस की परेशानी, किडनी की बीमारी, वाटर रिटेंशन, दाद आदि से राहत देने में भी उपयोगी है। तुलसी की उपयोगिता के कारण ही इसे आयुर्वेद में संजीवनी बूटी की संज्ञा से भी पुकारा जाता है। यह यादाश्त बढ़ाने में भी सहायक है। रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने में भी तुलसी काफी कारगर औषधि है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रतिदिन तुलसी के सेवन से आप स्ट्रेस और डिप्रेशन की दिक्कतों से मुक्त हो सकते हैं।

 

स्वास्थ्य का साथी

 

तुलसी सर्दी-खांसी से आराम दिलाने में काफी सहायक है। यदि आप इसका इस्तेमाल अदरक से तैयार काढ़ा के साथ कहते हैं तो यह कफ को पतला कर राहत पहुंचाती है। वहीं बंद नाक की दिक्कत को खत्म करती है। यही नहीं, इसके सेवन से पुरानी से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है। इसे आप काढ़ा, चाय या गर्म पानी आदि के साथ आसानी से ग्रहण कर सकते हैं। तुलसी ड्राप के तौर यह बाजार में आसानी से उपलब्ध है। इसे खरीदकर आप इसे अपने स्वास्थ्य का साथी बना सकते हैं। तुलसी के इस्तेसमाल से कंजक्टीवाइटिस से राहत मिलती है। यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में भी कारगर है। बुखार या किसी भी प्रकार के फ्लू के दौरान इसका उपयोग लाभकारी है। वहीं ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में भी यह सहायक है। यह एंडोथेलिन एंजाइम पर सीधे असर करती है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में अहम भूमिका निभाता है।

 

 

थकान और सिरदर्द को करे दूर

 

तुलसी ऑफिस के दबाव से होने वाले थकान और सिरदर्द से भी राहत पहुंचाने का काम करती है। यदि आपके चेहरे पर दाग या मुहासे हैं तो इसके उपयोग से बदलाव देखने को मिलता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ साथ खून को साफ करने वाले गुण होते हैं। इससे त्वचा संबंधी रोगों जैसे कि दाद, खुजली और ल्यूकोडर्मा से भी बचाव संभव है।  

 

 

तुलसी ड्रॉप के फायदे

 

o  शरीर के आंतरिक वातावरण के साथ तुलसी ड्रॉप बाहरी त्वचा की रक्षा करता है। वहीं तुलसी पर्यावरण को शुद्ध रखने में सहायक है।

o  खून को साफ रखने में तुलसी ड्रॉप काफी उपयोगी है।

o  पाचन तंत्र को दुरुस्त रख आपको स्वस्थ जीवन प्रदान करता है।

o  आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है। 

o  सांस की तकलीफ, कुष्ठ रोग व कैंसर से बचाव में सहायक है।

o  यह आपकी याददाश्त को बढ़ाता है।

o  मलेरिया बुखार, जुकाम, हरारत, व मौसमी बुखार में राहत देता है।

o  हर प्रकार की खांसी से मुक्ति दिलाने में गुणकारी है।

o  किडनी में पथरी को गलाने में सहायक हो सकता है।

o  गठिया में भी तुलसी ड्रॉप का सेवन लाभकारी है।

o  हृदय संबंधी रोगों में तुलसी एक अच्छा विकल्प है।

o  त्वचा की रंगत बरकरार रखने में तुलसी ड्रॉप सहयोगी है।

आंख, दांत व मुंह की समस्याओं में भी तुलसी ड्रॉप उपयोगी है।

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