मौसम के अनुसार घर और दफ्तर को दें सदाबहार और सुंदर लुक

घर व दफ्तर की दीवारों के रंग व डिजाइन का आज के दौर में जितना महत्‍व है, उससे कहीं ज्‍यादा उसकी सजावट। इसमें भी यदि आप अपने ऑफिस या घर को सदाबहार पौधों के सहयोग से सजाते हैं तो क्‍या कहने। सैकड़ों किस्‍म के ये पौधे आपके स्‍पेस को खूबसूरत तो बनाते ही हैं, साथ ही आसपास के वातावरण को शुद्ध रखकर ताजी हवा भी मुहैया कराते हैं। इन फूलों व पौधों की खूबसूरती तब और बढ़ जाती है जब गमला भी अच्‍छी डिजाइन व रंग का हो। ऐसे में वेक्‍टस के गमले की डिजाइन, लुक, साइज व रंग एक ही बार में लोगों के मन को भा जाते हैं।

 

हमारे आसपास मौजूद बगीचे या गमले की खूबसूरत पत्तियां, हरियाली व सुंदर फूल दिल को सुकून देने का काम करते हैं। अधिकतर लोग बागवानी को शौक के तौर करते हैं, ताकि छत व घर के अंदर व बाहर के हिस्‍से को आकर्षक लुक दिया जा सके। आज कल गमले में सुंदर फूल या तुलसी के पौधे आदि रोपकर विशेष अवसरों पर उपहार देने का भी काफी चलन है। ऐसे में यह समाज और प्रकृति दोनों के हित में एक सराहनीय कार्य है। बच्‍चे का जन्‍मदिन हो या ओजोन दिवस व प्रकृति दिवस जैसे खास अवसर या फिर किसी की विदाई का वक्‍त हो वेक्‍टस गमले में पसंदीदा पौधा लगाकर उपहार देना खुशनुमा माहौल बनाने के लिए काफी है। वेक्‍टस प्रकृति की जरूरतों को समझता है। ऐसे में इसके गमले लोगों को पौधरोपण के लिए भी प्रेरित करते हैं। यदि आपके आसपास हरे-भरे पौधे हों और शुद्ध वातावरण मिले तो परिंदे भी वहां दिखने लगते हैं जो काफी खूबसूरत लगते हैं। टेरेस, बालकनी, खिड़कियां, लिविंग रूम व लॉन को भी हरा-भरा रूप दे सकते हैं। 

 

 

ये यंत्र हैं जरूरी

·         गार्डन ग्लव्ज

·         खुरपी व फावड़ा

·         पानी देने के लिए बाल्टी

·         पतली लकड़ियां और सुतली

·         सिकेटियर्स यानी कैंची

पौधों को समझें

सजावटी पौधे : पाम, साइकस पाम, अडिका पाम, मनीप्लांट, जैट्रोपा, बॉटल ब्रश श्रेणी के पौधे आकर्षक रूप देने का काम करते हैं। 
सदाबहार पौधे : बोगनवेलिया, हैबिस्कस, रात की रानी, चमेली, मोतिया, मोगरा, मोरपंख, फाइकस, गेंदा 12 महीने खिले रहते हैं और सुंदरता बनाए रखते हैं।
गर्मी के मौसम में : कॉसमॉस (पीला), जीनिया, सूरजमुखी, टिथोनिया, गेलार्डिया आदि को फरवरी में रोपें। ये अप्रैल में अपने फूलों से वातावरण को महका देंगे। 
बारिश के समय : ऐजेरेंटम, बालसम, एमरेंथस, टोरिनिया, गामफेरिना, कनेर आदि को जून में लगाएं और दो-ढाई महीने बाद इनके सुंदर फूलों का असर देखें।
ठंड के पौधे : गुलाब, कॉर्न फ्लॉवर, कारनेशन, डेजी, डहेलिया, गुलदाउदी, हॉलीहॉक, गेंदा, कॉसमॉस (पिंक और वाइट) आदि को अक्टूबर में बोएं और दिसंबर-जनवरी में इनकी खूशबू आपके आसपास फैल जाएगी। 

मच्‍छरों को भगाएं : गेंदा, लेमन बाम, तुलसी, नीम, लैवेंडर, रोजमेरी, हार्समिंट, सिट्रोनेला आदि के पौधे हवा को साफ करने के साथ ही मच्‍छरों को दूर रखने में कारगर हैं।

औषधीय पौधे : सेहत के साथी नीम, तुलसी, एलोवेरा, गिलोय, लौंग, पुदीना आदि ऐसे पौधे लगाकर हेल्‍थ यूज में ले सकते हैं।

 

पानी में उगाएं आकर्षक पौधे

मनीप्लांट, वॉटर लैट्यूस, लिली, लोटस, सिंगोडियम आदि को बोतल में लगाकर घर व दफ्तर को आकर्षक लुक दें। इनको फ्लॉरिस्ट फोम व आकर्षक पत्थर से भी सजा सकते हैं। इसमें चारकोल का एक छोटा टुकड़ा डालने से पानी में बदबू नहीं आती। गर्मी में 3-4 दिन और ठंडी में हफ्ते भर में पानी बदल लेना चाहिए।

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