तकनीक के साथ चलें, बेहतर को चुनें

· बीएस 4 और 6 से बनाएं राहों को आसान · पॉल्यूशन और महंगाई पर लगाएं विराम जीवन की बदलती जरूरतों के साथ ही तकनीकी बदलाव भी जारी रहता है। इसी क्रम में आज हमारे जीवन को रफ्तार देने वाले वाहन भी तकनीकी तौर पर बदल रहे हैं। ये जहां इकोफ्रेंडरी हो रहे हैं वहीं हमारी जेब का भी ख्याल रख रहे हैं। कम तेल में ज्यादा माइलेज और बेहतर ताकत के साथ प्रदूषण रहित आज की गाडि़यां हमें एक बेहतर विकल्प के तौर पर नजर आती हैं। ऐसे में आपका चुनाव मजबूत और अच्छे इंजन का रहता है , जिसे बीएस-4 और बीएस-6 पूरा करते हैं। अगले साल के अप्रैल माह से हमारे देश में बीएस-6 मानक वाली गाडि़यां बिकने शुरू हो जाएंगी। हालांकि पहले से खरीदी गईं बीएस-4 गाडि़यां चलती रहेंगी। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर बीएस है क्या। सबसे पहले तो यह जान लें कि बीएस का अर्थ भारत स्टेज है। इससे आप यह तो जान गए होंगे कि यह नाम उत्सर्जन के मानकों की तरफ इशारा कर रहा है। यानी अगला जनरेशन बीएस-6 में विश...