तनाव से दूरी रखेगा आपको डायबिटीज से दूर
तनाव किसी जहर से कम नहीं है। यह आपके मन-मस्तिष्क और शरीर को बहुत कमजोर कर देता है। ऐसे में आप जीवन को परेशानियों में डाल देते हैं। यदि तनाव को आपने ज्यादा वक्त तक जी लिया तो यह आपकी धमनियों में मीठा जहर यानी मधुमेह का संचार करने लगेगा। ऐसे में इससे दूरी ही आपके और आपके अपनों की खुशी के लिए जरूरी है।
आपके खून में शूगर की अधिक मात्रा नर्व और आर्टरीज को चौपट कर देती है। ऐसे में शूगर की इस मात्रा को बैलेंस रखने के लिए पैंक्रियाज इंसुलिन तैयार करता है। यह हॉर्मोन शूगर को ब्लड स्ट्रीम में अधिक समय तक रुकने से रोकता है। आपको मालूम हो कि हमारे अंगों को सही से काम करते रहने के लिए रक्त में 82-110 mg/dl ग्लूकोज का होना आवश्यक होता है। मन, विचार, भावना और शरीर सभी चीजों पर हमला करने वाला तनाव आपके जीवन पर बुरा प्रभाव छोड़ता है। इससे आपकी नौकरी, काम और परिवार सब कुछ प्रभावित होता है। इसे आप अपने में गुस्सा, घबराहट, भय, उत्साह और चिंता के तौर पाते हैं। जैसे ही आप तनाव से घिरते हैं आपकी एड्रिनल ग्रंथि आपके खून में ग्लूकोज के लेवल को बढ़ा देती है। ऐसे में यह आपके शरीर के लिए घातक रूप लेने लगता है। आपको यह जानकर हैरत होगी कि हमारे देश में इस वक्त 7 करोड़ से अधिक लोगों को डायबिटीज है। ये वो लोग हैं जिन्हें अपनी बीमारी का पता है। ऐसे बहुत से लोग और हैं जिन्हें मधुमेह होगा पर उन्हें अभी पता ही नहीं है।
तनाव को दूर भगाएं
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कई बार काम के दबाव में तनाव को ध्यान
नहीं देते, ऐसे में
मधुमेह की जांच जरूरी हो जाती है।
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तनाव बढ़ने पर लंबी और गहरी सांस लें और मन को
स्थिर रखें।
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यदि इंसुलिन का डॉक्टर ने निर्देश दिया है तो
समय-समय पर इसे जरूर लेते रहें।
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प्रतिदिन ध्यान जरूर लगाएं और योग को जीवन का
हिस्सा बना लें।
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व्यायाम, साइकिलिंग, तैराकी व
जॉगिंग को अपना सकें तो अपनाएं।
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व्यायाम करने से एंडोर्फिन नाम का खुशनुमा
हॉर्मोन बनता है जो तनाव को रोकता है।
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इसके अलावा अपने घर के काम में हाथ बटाएं, इससे भी
काफी राहत मिलती है।
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तनाव के वक्त समस्या पर उचित व्यक्ति से
चर्चा करें और सलाह लें।
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मरीज को हर रोज दिनभर में 800 कैलोरी भोजन जरूर
करना चाहिए।
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हर 6 महीने में शुगर टेस्ट कराएं।
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मोटापे को अपने पर हावी न होने दें। नमक, शराब व
तंबाकू के सेवन से बचें।
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कम प्रोटीनयुक्त भोजन का सेवन आपके लिए फायदेमंद
रहेगा।
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नींद लेने में तनिक भी कोताही न बरतें। मोबाइल
आदि गैजेट्स से दूर रहें।
इस छह मंत्र को अपनाएं

ये लक्षण दिखेंगे
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भूख का लगातार बने रहना
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वजन में दिनों-दिन कमी आना
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देखने में धुंधलापन महसूस होना
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अधिक मोटापा का होना
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प्यास और पेशाब का बढ़ जाना
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सांस फूलना व थक जाना
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हर बात पर चिढ़ मचना
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गुस्से पर कंट्रोल कम होना
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घाव को ठीक होने में देरी
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शरीर में लगातार दर्द का रहना
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