हेल्थ के लिए मोटापे की हार जरूरी
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आदित्य देव/ Aditya Dev |
मोटापा यानी बीमारियों को न्योता। इससे न आपकी काया खराब होती है बल्कि शारीरिक कष्ट भी लगातार बढ़ते हैं। ऐसे में इस मोटापे को हराना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह हारेगा तभी आप खुद को स्वस्थ महसूस करेंगे। पर इसका यह मतलब भी नहीं कि इसे हराने के लिए खुद को कमजोर कर लें या अपने आप को भूखा रखकर कष्ट दिया जाए। इससे आपके शरीर को और नुकसान ही पहुंचेगा। ऐसे में समझदारी से काम लेकर आप मोटापे को मात दे सकते हैं। तो आइए इस विश्व एंटी मोटापा दिवस के मद्देनजर यह संकल्प लें कि मोटापे को खुद से और आसपास से दूर भगाएंगे और एक स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे।
मोटापा यानी ओबेसिटी आज एक आम बीमारी का रूप ले चुकी है। विश्व मोटापा विरोधी दिवस इसी क्रम में विश्व स्तर पर एक अच्छी पहल है। मोटापे से बचने के लिए आवश्यक है कि शुरू में ही इस पर रोक लगा दी जाए ताकि भविष्य बेहतर और स्वस्थ बन सके। आपको बता दें कि दुनिया में एक अरब 20 करोड़ से भी अधिक लोग आज मोटापे का शिकार हैं। यह दिक्कत अपने देश भारत में भी पैर पसार रही है। भारत में ही ढाई करोड़ से अधिक लोग मोटापे से परेशान हैं। यह तो आप जानते ही हैं कि यह शरीर में चर्बी इकट्ठी होने से होता है। इसे सिर्फ और सिर्फ श्रम से ही खत्म कर सकते हैं। श्रम के अलाव सैर भी इसे भगाने में कारगर है, तो हर रोज आप कम से कम 30 से 40 मिनट जरूर टहलें।
इसका ख्याल रहें
- असंतुलित भोजन से बचें
- ज्यादा तला-भुना न खाएं
- जंकफूड को हाथ भी न लगाएं
- फास्ट फूड को तुरंत करें टाटा
- चॉकलेट, चिप्स, पिज्जा, बर्गर न छूएं
- कोल्डड्रिंक से हमेशा दूर रहें
- धूम्रपान को तुरंत त्यागें
घातक है यह
यदि आप ज्यादा तला-भुना भोज्य पदार्थ खाएंगे तो आपकी नाडि़यों में चर्बी जाम होने लगेगी। ऐसे में हृदय रोग, मधुमेह जैसी भयंकर बीमारियां आपको ग्रसित करने लगेंगी। यह उच्च रक्तचाप, जोड़ों की दिक्कत, बांझपन और कैंसर की आशंका को भी बल देता है। इतना ही नहीं, यह आपकी उम्र को भी छोटा कर देता है। मोटापा आयु को भी कम कर देता है। मोटापे का सबसे अधिक जिम्मेदार फास्ट फूड आपके दिल को सबसे अधिक आघात पहुंचाता है। यह मधुमेह और उच्च रक्तचाप से आपको प्रभावित करता है।
इसे आजमाएं
- कम वसा वाला भोजन करें
- हरी पत्तेदार सब्जियां खूब खाएं
- जीभ पर नियंत्रण रखें
- भूख से थोड़ा कम ही खाएं
- व्यायाम जरूर करें
- योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं
- जितना हो सके टहलिए
- सुबह पौष्टिक नाश्ता करें
- दो बार नहीं तीन से चार बार थोड़ा-थोड़ा खाएं
- स्वास्थ्य की जांच हमेंशा कराते रहें
अब हो जाएं होशियार
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