सौभाग्य और स्नेह के रंग में रंगी सुहागन

आदित्‍य देव
करवा चौथ यानी लंबे सुहाग और सौभाग्य का पर्व। पति की दीर्घायु एवं अखण्ड सौभाग्य की इच्छा लिए सौभाग्यवती इस दिन भालचन्द्र गणेश जी की पूजा करती हैं। ये सुहागिन सुबह चार बजे से उपवास रखकर रात में चन्द्रमा को अर्घ्य देकर भोजन करती हैं। करवा चौथ के दिन महिलाएं सोलह श्रृगांर करती हैं। ऐसे में मेहंदी बिना कोई श्रृगांर पूरा कैसे हो सकता है। भारत में ऐसी मान्यता भी है कि जिस सुहागिन की मेहंदी जितनी रचती है, उसका पति व परिवार उसे उतना ही प्यार करते हैं। ऐसे में जाहिर सी बात है कि आप भी मेहंदी और उसकी डिजाइन तय कर चुकी होंगी। हर महिला चाहती है कि उसकी मेहंदी की डिजाइन और रंग देखकर सभी तारीफ करें। आइए जानते हैं कि इस करवा चौथ आप कैसे अपने सौभाग्य और स्नेह से भरे मेहंदी को गहरा रचा सकती हैं।
   आपकी मेहंदी सबके बीच आकर्षण का केन्द्र बने इसके लिए उसकी डिजाइन के साथ एक अच्छी मेहंदी की भी आवश्कता है, जो आपके हाथों पर गहरा रंग छोड़े। हमारे देश में मेहंदी सौभाग्य की निशानी मानी जाती है। लोगों का ऐसा भी मानना है कि गहरी रची मेहंदी पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य का संकेत है। यहां एक बात समझ लें कि करवा चौथ के कारण बाजारों में अनेक प्रकार की मेहंदी और मेहंदी लगाने वाले कलाकार मिलेंगे। हर गली-नुक्कड़ पर आपको महिलाएं व युवतियां हाथ और पैर  पर तरह-तरह के डिजाइन बनातीं दिखेंगी। ब्यूटी पार्लर में भी ढेरों ऑफर मिलेंगे। पर यहां मेहंदी लगाने से पहले आप यह तय कर लें कि आपकी ड्रेस और गहनों की डिजाइन कैसी है। आप इस बार खुद को कैसा लुक देना चाहती हैं। इसके बाद ही डिजाइन तय करें। आप चाहें तो फूलों का चित्र बनवाएं या ज्योमेट्रिकल डिजाइन या फिर मेहंदी में अपने पति का डिजाइनर नाम लिखवाएं।  

मेहंदी डिजाइनरों की पसंद
मेहंदी के डिजाइनरों का मानना है कि आजकल कमल जैसे फूल, जाली का लुक, बेल व पत्तियों का दृश्य बनवाना लोकप्रियता में है। इसके अलावा अरेबिक डिजाइन, गोलाकार या तिकोने डिजाइन भी महिलाओं को भा रहे हैं। कोन्स और जैक्वॉड बॉटल को मेहंदी लगाने का सबसे सही तरीके के तौर पर देखा जाता है। क्योंकि इसे आसानी से यूज किया जा सकता है और वक्त की भी बचत होती है। रेडी टू यूज कोन इस मामले में अच्छी पसंद है। मेहंदी आर्टिस्ट यह मानते हैं कि आज डिजाइन के दौरान महिलाओं का प्रोफेसन भी देखा जाता है। यदि ऑफिस जाने वाली महिला है तो उसे हल्की या कम घनी डिजाइन लगाते हैं। इसके अलावा इन महिलाओं में टेम्परेरी टैटू मेहंदी की डिमांड ज्यादा है। अलग-अलग डिजाइन के स्टेंसिल का सहारा लेकर मनचाहा रंग हाथ पर छाप सकते हैं। यह एक या दो घंटे नहीं सिर्फ दस मिनट में लग जाता है। हालांकि यह रंग महीने भर नहीं टिकता, बल्कि दो या तीन दिन में उड़ जाता है।

ऐसे रचाएं प्यार का रंग
  1.         मेहंदी को बारीक करने के लिए उसे सूती कपड़े से दो-तीन बार छान लें।
  2.         दो से तीन घंटे पहले मेहंदी को घोलें। इसमें कोई गांठ न छोड़ें।  
  3.         बर्तन के अनुसार पानी लें और उसमें आधा चम्मच कत्था, आधा चम्मच कॉफी पाउडर डालें।
  4.         इसके बाद एक चम्मच चायपत्ती डालकर इसे उबाल लें फिर इसे ठंड करके पानी छान लें।
  5.         इस पानी में मेहंदी को मिला दें। चौड़े मूंह के पात्र का ही प्रयोग करें।
  6.         इसके बाद मेहंदी को फेंटकर कोन में भर लें और हाथ व पैर पर रचाएं।
  7.        नुकीली चीज से मेहंदी को खुरचकर न हटाएं, बल्कि दोनों हथेलियों को रगड़कर छुड़ा सकती हैं।

गाढ़े रंग के लिए मान्यताएं  
  •         नीबू और चीनी के घोल को रूई की मदद से सूखी मेहंदी पर लगाएं
  •         मेहंदी छुड़ाने के बाद सरसो का तेल लगाने से रंग गाढ़ा होता है
  •        मेहंदी सूखने के बाद उसे हटाकर विक्स वेपोरब लगा सकती हैं
  •        लौंग को तवे पर गर्म करें और उसका धुआं हाथ पर लें




ये भी आजमाएं

  •        न्यू ब्राइडल लुक के लिए रानी हार का प्रयोग अच्छा रहेगा।
  •        पूरे हाथ की मेहंदी काफी आकर्षक लगती है।
  •        अरेबियन स्टाइल से युवतियां चांद सी नजर आएं।
  •        सास, दादी और नानी की हथेली पर गोल डिजाइन बनवाएं।
  •        वहीं हथेली के पीछे हल्का और सामान्य डिजाइन लगवाएं।
  •        ऑफिस गोइंग महिलाएं व युवतियां हल्के डिजाइन को महत्व दें।
  •        ट्रेडिशनल पायल और डबल दुपट्टा आपको ब्राइडल लुक देगा।


कुंवारियां भी कर सकती हैं पूजा
कई कुंवारी लड़कियां अपने प्रेमी, मंगेतर और भावी पति के लिए करवाचौथ का व्रत रखती हैं। आपको बता दें कि इन कुवारियों को भी करवामाता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। लेकिन, यहां यह जान लें कि अविवाहित लड़कियों के व्रत का तरीका थोड़ा बदल जाता है। ये कुंवारियां निर्जला व्रत की जगह पर निराहार व्रत रख सकती हैं। इसके अलावा ये चंद्रमा की जगह पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा कर अपनी इच्छापूर्ति की मांग कर सकती हैं।

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