नई दिल्ली में यहां नहीं गए तो क्‍या घूमे

आदित्‍य देव/ Aditya Dev
नई दिल्‍ली के बीचों बीच बसी पुरानी दिल्‍ली की जान चांदनी चौक हर किसी का दिल जीत लेती हैैै। इसके अलावा, आप कनॉट प्‍लेस जरूर देखें। इसके सेंट्रल पार्क में शाम जरूर बिताएं। लाल किला और पुराना किला इसकी शान है। इसे कभी नजरअंदाज न करें। साथ ही जामा मस्जिद को न देखे तो क्‍या घूमे। यह तो दिल्‍ली के तहजीब की पहचान हैैै। इसके बाद यहां के चिडियाघर में वक्‍त बिताएं। वहीं हुमायूं का मकबरा, हजरत निजामुद्दीन की दरगाह आपको जरूर आकर्षित करेगी। पास ही बने सेवन वंडर पार्क आप को न भाए ऐसा हो नहीं सकता। इसके बाद नेहरू प्‍लेस के आगे कालका जी मंदिर में मत्‍था टेेेेके बिना दिल्‍ली आपकी नहीं बनती। वहीं पास में लोटस टेंंपल में 10 मिनट की मौन साधना आपको परमेश्‍वर के करीब लेे जाती हैैै। इसकी स्‍थापत्‍य कला आपके स्‍मरणों में हमेंशा हमेंशा के लिए छप जाती हैैै। वहीं पास के इस्‍कॉन मंदिर में आप जाएंगे तो अपनी मर्जी के पर यहां की भक्ति और भाव आपको भगवान के शरण में हमेंशा हमेंशा के लिए स्‍थापित कर लेगा। वहीं अहिंसा पार्क, जैन मंदिर और कुुुुतुब मिनार आपके कैमरे को तस्‍वीर खींचने के लिए मजबूर कर देंगी। आस्‍था, इतिहास और भाव का सुंदर केंद्र है यह। इसके अलावा छतरपुर मंदिर भी काफी आकर्षक है। इसके अलावा अग्रसेन की बावली, फिरोजशाह कोटला फोर्ट और अनेकानेक प्राचीन भवन, महल आपको प्रभावित किए बिना नहीं छोड़ेंगे। इंडिया गेट और राष्‍ट्रपति भवन आपके अंदर अपने देश के प्रति सम्‍मान और गौरव प्रदान करता है। यहां जरूर जाएं। इसके अलावा राष्‍ट्रपति भवन घूमने के लिए पहले से ऑनलाइन टिकट जरूर करा लें, क्‍योंकि यहां का सिड्यूल काफी बीजी रहता हैैै। इसके अलावा अक्षरधाम मंदिर में शाम के पांच बजे से आठ बजे तक जरूर रहें और फाउंंटेन शो का मजा लें। लाइट एंड साउंड सो के अलावा यहां सांस्‍कृतिक म्यूजियम भी हैैै। दिल्‍ली के कई प्राचीनि‍ किलो, भवनों व मंदिरों में शाम के वक्‍त लाइट एंड साउंड शो होता है। इसके अलावा यदि दिल्‍ली के प्रमुख बाजार नहीं घूमें तो फिर आपको पछताने के सिवा कुछ भी नहीं रहेगा। रेल म्‍यूजियम, वायुसेना म्‍यूजिमयम और प्रदेशों व देशों के भवनों व एंबेसी में खाना जरूर चखें। मजा आ जाएगा। धन्‍यवाद।

   
ADITYA DEV / आदित्‍य देव
 
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देवेंद्र श्रीवास्‍तव उर्फ अजीत। इलाहाबदी
















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