बिहारियों के बारे में वो बातें जिसे आपको जरूर जानना चाहिए

ADITYA DEV AND RAJAN KUMAR IN VALMIKI NAGAR PARK
बिहार को लेकर अन्‍य राज्‍यों में निश्चित ही गरीब, मजदूर, अपराधी वाली समझ बनी रहती है। भरोसा हो या कोई काम पूरा न हो तो बिहारी है क्‍या, का ताना लोग सामने वाले को दे देते हैैं। भले वह बिहार का न हो। न हिंदी न इंग्लिस बोलने जिसे आए उसे आसानी से बिहारी समझने लगते हैैंं। पर,
बिहारी मतलब गर्व है। इसका वर्तमान उदाहरण तो आपको केबीसी के मंच पर ही बिहारियों ने दिखा दिया है। अधिकतर विजेता इसी भूू‍मि रज के राजा हैं। अत: ज्ञान, समझ, बुद्धि और यश में तो इनका तोड़ ही नहीं। आज ये आईएएस, आईपीएस, एम्‍स, मेडिकल, आईटी और अनेकों मल्टिनेशनल कंपनियों में अपनेे कौशल से लोहा मनवा रहे हैं। अत: ये यशस्‍वी बिहार के महान नागरिक विश्‍व में अपने ज्ञान, संपदा और कौशल से छा चुके हैं।
अपराध की बात करें तो निश्चित कुछ चंद लोगों के दिमाग में बल, बंदूक और बर्बादी का कब्‍जा है। किंन्तुं यहां की जनता गौतमबुद्ध, महावीर और गुरुगोविंद सिंह को अपना पूज्‍य मानती हैैै। यहां की उमड़ती नदियों ने यहां केे लोगों को धैर्य का ज्ञान दिया। हर कदम पर यहां केे बच्‍चों को मजबूत किया, उस कठिन परिस्थिति के लिए जब संपूर्ण चीजें बह जाती हैं। कुछ भी हाथ नहीं रहता।
झूठ इन्‍हें नहीं आता। क्‍योंकि ये बचपन से अशोक महान को पढ़ते हैैंं। उनकी जमीं को नमन करते हैं। वह जानते हैं कि युद्ध किसी चीज का हल नहीं। धर्म सर्वोपरि है। धर्म का अर्थ किसी भी रूप में पूजा पाठ नहीं, बल्कि मानव सेवा है। यही प्रेरणा उन्‍हें भारत के सर्वोच्‍च पदों तक पहुंचाती हैैै।
राजनीति के लिए इन्‍हें अब किसी गुरु की जरूरत नहीं पड़ती। जब अन्‍य राज्‍यों के बच्‍चे ककहरा सीख रहे होते हैैं, यहां के बच्‍चे गाडि़यों के ब्रांड, राजनीतिक घरानों का हाल, ग्राम प्रधान, विधायक और सांसदों का हाल कहानियों में सुनते और सुनाते हैं। हर बच्‍चेे के दिल और दिमाग में चाणक्‍य बसते हैं और कर्म व व्‍यवहार में चंद्रगुप्‍त मौर्य का वास रहता हैै। ये चंद्रगुप्‍त की तरह जीकर शून्‍य से शासन तक के सफर का सपना देखने लगते हैैं।

धैर्य इनके जैसा किसी के पास नहीं हैैै। यहां के गरीब किसान हर साल प्राकृतिक आपदाओं से जख्‍मी होते हैैं, पर कभी हार नहीं मानते। ये न पश्चिमी यूपी के किसानों की तरह उपद्रव करते हैैं और न ही महाराष्‍ट्र के किसानों की तरह आत्‍महत्‍या का वरण करते हैैं। ये हमेंशा गुुुुुुुुुनगुनाते हैं, जेहीं विधि रखे राम तहिं विधि रहिये। कर्मठता को हर मुश्किल के बाद दस गुने जोर से मुश्किलों को चुनौती देते हैैं। पर अपने धैर्य को हारने नहीं देते।
ADITYA DEV IN VARLMIKI NAGAR PARK


ADITYA DEV

CHITVAN PARK ki taraf badhate ADITYA DEV 

gandak kinare aaram farmate Aditya Dev

Lav-Kush ki janmsthali pr Aditya Dev

गंडक बराज के सभी 36 फाटकों का नीरिक्षण करते आदित्‍य देव।



वन विभाग के बंबू हट, ट्री हट, जंगल कैंप और टेंट कैंप के वातानुकूलित और सामान्य कमरों में एक साथ 46 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है. उन्हें आकर्षित करने के उद्देश्य से जंगल कैंप स्थित वातानुकूलित कमरे का किराया ढाई हजार है. अब 1250 रुपये और सामान्य का 1000 के अलावा इ-हाट और बंबू हट का किराया भी पांच सौ कर दिया गया है. राफ्टिंग के लिए उपलब्ध मोटर बोट का किराया भी ढाई हजार से 500 कर दिया गया है. कोलेश्वर मंदिर जाने के लिए बना कैनोपी झूला अब पोल्यूशन झूला के नाम से जाना जायेगा.


वाल्मिकी नगर का घना जंगल

वाल्मिकी पार्क के झूला पुल पर आराम फरमाते आदित्‍य देव

काली गंडक के तट पर आदित्‍य देव।









नरदेवी मंं‍दिर वाल्मिकी नगर में दर्शन करने  पहुंचे आदित्‍य देव

वाल्मीकि ब्याघ्र परियोजना के सघन वन क्षेत्र में ऐतिहासिक नर देवी का मंदिर में आदित्‍य देव।


चितवन नेशनल पार्क से लौटते आदित्‍य देव।

जिला कैमूर (भभुआ मोहनिया) स्थित मुंडेश्‍वरी देवी के मंदिर में आदित्‍य देव

बोधगया में अप्रतीम शांति  और  सुखद आनंद के बीच आदित्‍य देव

गया स्थिति सीता कुंड के सामने आदित्‍य देव

गया में पिंडदान करते श्रद्धालुओं का हाल जानते आदित्‍य देव।

गया के विष्‍णुपद मंदिर का दर्शन करने पहुंचे आदित्‍य देव। 

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